वंदे भारत ट्रेनों के इंटर -कोच स्लाडिंग दरवाजों पर विज्ञापन अधिकार की ई नीलामी प्रक्रिया संपन्न
The E-Auction Process for Advertising Rights
जम्मू 25 दिसंबर 2025: The E-Auction Process for Advertising Rights: उत्तर रेलवे का जम्मू मंडल द्वारा यात्री को सुविधाओं के साथ गैर किराया राजस्व में वृद्धि हेतु, समय समय पर विभिन्न प्रकार की पहल की जाती हैं। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री उचित सिंघल के नेतृत्व में, एक और अद्वितीय पहल के साथ जम्मू मंडल की सभी वंदे भारत ट्रेनों के इंटर कोच स्लाडिंग, दरवाजों के विज्ञापन अधिकारों के आवंटन के लिए पहली बार ई नीलामी सफलतापूर्वक दिनांक 24 दिसंबर को आयोजित की गई।
अगर बात करें ई नीलामी कि, तो इससे पहले सितंबर माह में जम्मू मंडल की सभी वंदे भारत ट्रेनों के LED स्क्रीन को विज्ञापन हेतु, पांच सालों के लिए आवंटित किया गया था। जिससे आने वाले पांच सालों के लिए लगभग 1.3 करोड़ रुपए का राजस्व रेलवे को अर्जित होगा।
हाल ही में सफलतापूर्वक आयोजित होने वाली ई नीलामी, जो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के अंदरूनी इंटर कोच स्लाडिंग दरवाजों पर विज्ञापन के उपयोग हेतु, आयोजित की गई। इस ऐतिहासिक ई नीलामी के माध्यम से विज्ञापन अधिकार तीन वर्ष की अवधि के लिए आवंटित किए गए हैं। इससे न केवल मंडल का राजस्व बढ़ेगा, बल्कि यात्री अनुभव को बेहतर बनाने और स्थानीय व्यवसायों को प्रभावी विज्ञापन अवसर प्रदान करने के मंडल के दृष्टिकोण को मजबूती मिलेगी।
इस ई निलामी का विवरण इस प्रकार हैं।
1. वंदे भारत ट्रेन संख्या 26401/26402 द्वारा तीन वर्ष के लिए रेलवे को गैर किराया राजस्व, लगभग 12.74 लाख रुपये अर्जित होगा।
2. वंदे भारत ट्रेन संख्या 26403/26404 द्वारा तीन वर्ष के लिए रेलवे को गैर किराया राजस्व, लगभग 13.73 लाख रुपये अर्जित होगा।
3. वंदे भारत ट्रेन संख्या 22478/22477 द्वारा तीन वर्ष के लिए रेलवे को गैर किराया राजस्व, लगभग 17.70 लाख रुपये अर्जित होगा।
रेलवे को तीन साल की अवधि में लगभग कुल 44,17,920 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, श्री उचित सिंघल ने ई नीलामी पर टिप्पणी देते हुए कहा, यह एक अनुठी पहल को दर्शाता हैं, कि रेलवे राजस्व सृजन के नए और अभिनव मार्ग खोज रही हैं। वंदे भारत ट्रेन यात्रियों के लिए प्रीमियम सेवा है, यह विज्ञापन ब्रांडों के लिए एक बड़ा और विशिष्ट बाजार प्रदान करती हैं। यह कदम भारतीय रेलवे द्वारा परिसंपत्ति मुद्रीकरण और वैकल्पिक राजस्व चैनलों के विस्तार की व्यापक नीति के अनुरूप है, इस पहल से यात्रियों को उपयोगी जानकारी के साथ-साथ आकर्षक विज्ञापन देखने का मौका मिलेगा। जिससे उनकी यात्रा और भी रोचक और रोमांचक हो जाएगी।"